प्रभात चतुर्वेदी, सीईओ, नेटाफिम एग्रीकल्चरल फाइनेंसिंग एजेंसी प्राइवेट लिमिटेड (नाफा)

देहरादून – आज का केंद्रीय बजट अर्थव्यवस्था के हर पहलू को छूने की नीति निर्माताओं की मंशा को दर्शाता है। वित्तीय और सहायक सूचनाओं के केंद्रीय भंडार के रूप में काम करने के लिए राष्ट्रीय वित्तीय सूचना रजिस्ट्री का गठन एक उत्कृष्ट निर्णय है। यह एक स्मार्ट कदम है और यह ऋण देने की समस्या को हल करने, वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा देने और समेकित डेटा द्वारा देश में वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करने में सहायता करेगा। यह विशेष रूप से MSMEs पर केंद्रित लागत प्रभावी क्रेडिट अंडरराइटिंग लाने के लिए छोटे NBFC का समर्थन करेगा। यह त्वरित बदलाव समय के भीतर मानक जांच और संतुलन के साथ एंड-टू-एंड डिजिटल प्रोसेसिंग को कुशलतापूर्वक पूरा करने में भी मदद करेगा। ‘विवाद से विश्वास’ पहल एमएसएमई से निपटने वाली संस्थाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी क्योंकि यह प्रदर्शन जोखिम को कवर करती है। घोषित बजेट से क्रेडिट क्षेत्र को एमएसएमई डिमांड पूरी करने में मदत मिलेगी जो की एमएसएमई तथा एमएसएमई को ऋण देनेवाले एनबीएफसीज के विकास इंजन को गति प्रदान करेगा ।

Also Read....  सूबे में बेसिक शिक्षक भर्ती के लिये बीएड की बाध्यता खत्म